Deendayal Disabled Rehabilitation Scheme (DDRS)
दीनदयाल उपाध्याय दिव्यांग पुनर्वास योजना
DDRS |
परिचय :
> भारत सरकार की केंद्र प्रायोजित योजना
> वर्ष 1999 से ही हो रहा हे इसका क्रियान्वयन
> पहले इसे 'निःशक्तजनो के लिए स्वैछिक कार्य को प्रोत्साहन देने वाली योजना' के रूप में जाना जाता था
> वर्ष 2003 में इसका नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्या विकलांग पुनर्वास योजना किया गया
> इसके तरह विकलांग लोगों की शिक्षा और उनके पुनर्वास के लिए काम करने वाले गैर-सरकारी संगठनों को मुहैया कराइ जाती हे आर्थिक मदद.
> इस योजना को 2018 में संशोधित किया गया था; संशोधित योजना 1 अप्रिल, 2018 से लागु हे।
उदेश्य :
> दिव्यांगजनों के लिए सामान अवसरों, निष्पक्षता , सामाजिक न्याय और अधिकारिता सुनिश्चित करने के लिए सक्षम वातावरण का निर्माण करना।
> दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए स्वैछिक कार्यवाही को प्रोत्साहित करना।
> दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए कार्य करना।
महत्त्व :
> दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करना।
> दिव्यांगों की क्षमताओं को बठाने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षाण पर जोर देना।
> सामाजिक समावेश को बाठवा देना।
> दिव्यांगों की क्षमताओं को बठाने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षाण पर जोर देना।
> सामाजिक समावेश को बाठवा देना।